दोनों किडनी खराब होने पर आदमी कितना दिन जिंदा रह सकता है || पूरी जानकारी

विषय: दोनों किडनी खराब होने पर आदमी कितना दिन जिंदा रह सकता है?:- दोनों किडनी खराब होने के बाद बॉडी में काफी सारे बदलाव आने लगते हैं। काफी सारी परेशानियां भी होने लगती है। अगर बदलाव की बात करें तो किडनी में खराबी के बाद मरीज अपनी पसंद का खाना नहीं खा सकता।

बाहर घूमने जाने में उसको कई दिक्कत का सामना करना पड़ता है। वह बाहर का मनपसंद खेल नहीं खेल सकते हैं। व्यायाम भी नहीं कर सकते और बॉडी में आने वाली समस्याओं की बात करें तो किडनी के मरीजों को शरीर में इतनी सारी परेशानियां होने लगती है जिसका आपको इस बात का अंदाजा भी नहीं होगा, शरीर बहुत कमजोर हो जाता है और किडनी में खराबी आने के बाद बॉडी में और कई सारी दिक्कतें आ जाते हैं।

यहाँ किडनी से संबंधित कुछ सुझाव दिये गये हैं कि किडनी खराब होने पर कितना दिन तक जिंदा रहा जा सकता है और डायलिसिस, किडनी प्रत्यारोपण क्या है?

दोनों किडनी खराब होने पर आदमी कितना दिन जिंदा रह सकता है?

सामान्य तौर पर, बिना डायलिसिस के दोनों किडनी खराब होने पर आदमी कुछ दिनों से लेकर कुछ हफ्तों तक रह सकता है। हालांकि, कुछ मामलों में, व्यक्ति बिना डायलिसिस के कई महीने या यहां तक ​​कि सालों तक भी रह सकता है।

दोनों किडनी खराब होने पर आदमी कितना दिन जिंदा रह सकता है यह कई कारकों पर निर्भर करता है, जिनमें शामिल हैं:

  • किडनी की खराबी की गंभीरता: अगर किडनी की खराबी तीसरी या चौथी स्टेज तक पहुंच गई है, तो आदमी बिना डायलिसिस के ज्यादा दिन तक नहीं रह सकता है।
  • व्यक्ति की उम्र और स्वास्थ्य: अगर व्यक्ति की उम्र अधिक है या उसे अन्य कोई गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, तो वह बिना डायलिसिस के कम दिन तक रह सकता है।
  • व्यक्ति का इलाज: अगर व्यक्ति नियमित रूप से डायलिसिस करवा रहा है, तो वह बिना डायलिसिस के ज्यादा दिन तक रह सकता है।

डायलिसिस क्या होता है?

डायलिसिस क्या होता है?

डायलिसिस के साथ, आदमी कई सालों तक जिंदा रह सकता है। डायलिसिस एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें रक्त को शरीर से निकाला जाता है और फिर एक मशीन के माध्यम से फ़िल्टर किया जाता है। यह मशीन रक्त से विषाक्त पदार्थों और तरल पदार्थों को निकाल देती है।

डायलिसिस दो प्रकार का होता है:

  • हेमोडायलिसिस: इस प्रक्रिया में रक्त को शरीर से बाहर निकाला जाता है और फिर एक मशीन के माध्यम से फ़िल्टर किया जाता है।
  • पेरिटोनियल डायलिसिस: इस प्रक्रिया में एक पतली ट्यूब को पेट में डाला जाता है। ट्यूब के माध्यम से एक तरल पदार्थ पेट में डाला जाता है, जो रक्त से विषाक्त पदार्थों और तरल पदार्थों को निकालता है।

किडनी प्रत्यारोपण क्या है?

किडनी प्रत्यारोपण एक अन्य विकल्प है जो दोनों किडनी खराब होने पर व्यक्ति को जीवन भर जिंदा रहने में मदद कर सकता है। किडनी प्रत्यारोपण में, एक स्वस्थ किडनी को एक मृत व्यक्ति या एक जीवित दाता से लेकर व्यक्ति के शरीर में प्रत्यारोपित किया जाता है।

किडनी प्रत्यारोपण के बाद, व्यक्ति को जीवन भर दवाएं लेनी पड़ सकती हैं ताकि शरीर नई किडनी को अस्वीकार न करे।

किडनी का रोग बढ़ने पर इससे शरीर के कई अंग प्रभावित होते हैं जो काफी जानलेवा भी होते हैं। इसलिए जरूरी है कि आप अपने शरीर में होने वाली इन सारी दिक्कतों को अनदेखा ना करें ताकि आप लंबे समय तक स्वस्थ जीवन जी सके।

किडनी रोगी लंबे समय तक जीवन कैसे जिये?

अगर किडनी रोगी लम्बे समय तक जीवन जीना चाहते हैं तो वह अपने जीवन में कुछ सुधार कर सकते हैं जिसमें:

सबसे पहले आप सुबह के समय उठने से लेकर रात को सोने तक के समय में बदलाव करें, जिसमें आप सुबह के समय पर जागे और सुबह टहलने की आदत डालें और साथ ही व्यायाम करें। इसके बाद सुबह के नाश्ते में सही आहार लें। साथ ही सुबह का नाश्ता करें और उसके बाद सुबह की दवा समय पर ले के फलों का सेवन करने के बाद दोपहर का खाना समय पर ले। थोड़ी देर टहले, उसके बाद आराम करें। फिर शाम के समय अगर आप चाय पीते हैं तो आप उसे बिस्किट या दो ब्रेड के स्लाइस ले सकते हैं। इसके बाद शाम के समय कुछ हल्का सा खा सकते हैं। इसके बाद आप रात को समय से खाना खाएं और कम से कम 20 मिनट के लिए टहले। तो इस तरह अपने जीवन में बदलाव करके किडनी के बीमारी के साथ भी लंबे समय तक जीवन जी सकते हैं।

क्या आयुर्वेद के साथ किडनी के मरीज ठीक हो सकते हैं?

इन बातों के साथ अपने जीवन में योग और आयुर्वेद को जरूर जगह दे। अपने जीवन में आयुर्वेद को शामिल करते हैं तो आपको किडनी की सारी समस्याओं से दूर रखता है। आयुर्वेद का इलाज पूरी तरह प्राकृतिक है। जिसका कोई भी दुष्प्रभाव नहीं होता। अगर आपका कोई अपना किडनी खराब की समस्या से परेशा है। तो इसके लिए आप आयुर्वेदिक उपचार ले सकते हैं और इसके लिए आप कर्मा आयुर्वेदा से संपर्क कर सकते हैं। कर्मा आयुर्वेदा का आयुर्वेदिक इलाज पूरी तरह प्राकृतिक है जिसका शरीर में किसी प्रकार का कोई भी साइड इफेक्ट नहीं होता। आंत के किडनी ठीक रहती है।

Dono Kidney Kharab Hone Par Kya Kare | कितने दिन ज़िंदा रह सकते है दोनों किडनी फेल में  | Ayurveda

निष्कर्ष

आशा करता हूं कि मेरा यह आर्टिकल (( दोनों किडनी खराब होने पर आदमी कितना दिन जिंदा रह सकता है )) आपको बहुत ही हेल्पफुल रहा होगा। अगर आपने आपके मन में कोई सवाल है तो आप मुझे कमेंट बॉक्स में अपना सवाल भेज सकते हैं। हम आपके सवाल का बहुत जल्द जवाब देने की कोशिश करेंगे।

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